उज्जैन मामले के सबक...
उज्जैन मामले के सबक... मध्यप्रदेश के उज्जैन रेप केस ने एक बार फिर से शहरों में बढ़ती संवेदनहीनता पर सवाल खड़ा किया है। पीड़िता अर्धनग्न अवस्था में मदद की गुहार लगाती घर- घर घूमती और जगह-जगह से दुत्कारी जाती रही। ये बात बेहद शर्मनाक है। देश को स्तब्ध कर देने वाले उज्जैन रेप केस में हालांकि आरोपी गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन यह मामला लंबे समय तक हमारे समाज के अंतःकरण को धिक्कारता रहेगा। यह सही है कि घटना का विडियो वायरल होने के बाद उज्जैन पुलिस ही नहीं, राज्य सरकार ने भी तेजी दिखाई। चूंकि विक्टिम नाबालिग बच्ची कुछ बताने की स्थिति में नहीं थी, इसलिए पुलिस का काम थोड़ा मुश्किल लग रहा था, लेकिन अलग-अलग इलाकों के CCTV फुटेज और उसकी टाइमिंग के आधार पर पुलिस ने न केवल बच्ची को लिफ्ट देने वाले ऑटोचालक को ढूंढ लिया बल्कि आरोपी तक भी पहुंच गई। आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है और पुलिस को वारदात की जगह पर भी ले गया, जहां बच्ची के कपड़े बरामद हुए। यानी माना जा सकता है कि यह केस प्राथमिक तौर पर सुलझ गया है। वैसे संबंधित आरोपियों से तफसील से पूछताछ और जांच-पड़ताल के जरिए बाकी सबूत जु...